SOP Full Form: एसओपी क्या है और इसके क्या उदेश्य व फायदे हैं?

SOP full form: जब हम कोई लिखित दस्तावेज तैयार करते हैं, उस लिखित दस्तावेज में एक के बाद एक जानकारी और दिशानिर्देश होते हैं, उसे SOP कहते हैं।  SOP के  full form के बारे में हम आज आपको जानकारी देने जा रहे हैं। sop आज के समय में बहुत जरूरी चीज़ है। इसकी आवश्यकता industries/ farm /institution के अलावा government sector और प्राइवेट संस्थाओं में भी होती है।

इस तरह के दस्तावेजों के सहारे काम करने वाली कंपनी या कोई प्रोफेशनल स्वयं को प्रजेंट भी करता है।SOP सिस्टम school, college, banking sector, company सभी जगह लागू की जाती है।

sop full form

किसी भी इंस्टिट्यूशन, किसी भी कंपनी या किसी भी देश का sop होता है। आपको बता दें कि भारत का कांस्टिट्यूशन भी एक तरह का नियम और कानून है जिसके आधार पर हमारा देश चलता है। यह भी एक तरह का s.o.p. है।  (SOP) क्या है?  SOP Meaning and Full Form के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

SOP Full Form: SOP का फुल फॉर्म

SOP का फुल फॉर्म अंग्रेजी में “Standard Operating Procedure” होता है। जबकि हिंदी में SOP Full Form (In Hindi) “मानक संचालन प्रक्रिया” कहा जाता है।  जैसा कि आपको बताया कि यह एक ऐसा लिखित डाक्यूमेंट्स होता है जिसमें किसी इंस्टिट्यूशन के बारे में नियम कानून और उसके उद्देश्य आदि का वर्णन होता है।

जैसे किसी देश का SOP उसका कांस्टिट्यूशन होता है। आपको बता दें कि देश को चलाने के लिए जो कांस्टिट्यूशन या नहीं संविधान है वह कैसा लिखित दस्तावेज है जिसमें कानून प्रक्रिया और देश को चलाने के लिए आर्टिकल्स लिखे हैं। इस तरह से वह देश का s.o.p. हुआ।

एसओपी का मतलब

लिखित दस्तावेज जिसमें ढेर सारे नियम लिखे हो और दिशा निर्देश हो उसे sop कहते हैं। जब किसी कंपनी संगठन के बारे में जानकारी हासिल करते हैं तो यदि हम SOP पढ़ लेते हैं तो काफी जानकारी हमें प्राप्त हो जाती है। दूसरे शब्दों में कहें तो sop विश्वविद्यालय स्कूल संस्था या किसी कंपनी के ऐसे डाक्यूमेंट्स हैं जिनसे निम्नलिखित बातें पता चलती हैं-

  • उद्देश्य ambition
  • लक्ष्य goal
  • स्थापना
  • नियम rule
  • निर्देश direction
  • संस्था की कार्यप्रणाली working process
  • आर्थिक संरचना economical structure
  • आय income

इस तरह की ढेरों आवश्यक बातें इन दस्तावेजों में लिखा होता है।

किसी फार्म कंपनी अपने sop के माध्यम से अपने कर्मचारियों को जानकारी उपलब्ध कराते हैं। इसके साथ कंपनी अपने प्रोडक्ट और कंपनी के बारे में जानकारी अपनी ऑडियंस तक भी पहुंच आती है।

s.o.p. बनाने का तरीका

मान लीजिए यदि कोई कंपनी है, वह अपनी ग्रोथ रेट को बढ़ाना चाहती है तो वह अपना sop जारी करती जिसमें कंपनी के नियम लक्ष्य योजना इत्यादि की जानकारी होती है और कंपनी के कर्मचारी उस लक्ष्य को पाने के लिए काम करती है।

एक अच्छा s.o.p. में सारे नियम दस्तावेज और लक्ष्य निर्धारित होने चाहिए। यह सभी कर्मचारियों के पास उपलब्ध होना चाहिए। एक बेहतरीन SOP कंपनी के ग्रोथ को तय करती है।

सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए SOP documents लिखने के लिए अलग-अलग सर्वे और मार्केट वैल्यू को भी ध्यान में रखा जाता है।

SOP के दूसरे नाम की लिस्ट

आपको बता दें कि कहीं-कहीं SOP को PSU भी कहा जाता है। उनके कई और नाम है इनके बारे में निम्नलिखित जानकारी दी जा रही है। मानक संचालन प्रक्रिया यानी कि sop को कई अलग अलग नाम से भी जाना जाता है।

  1. WI-  इस का फुल फॉर्म वर्क इंस्ट्रक्शन (Work Instruction) होता है।
  1. SSOP- एसएसओपी का full form सेफ स्टैण्डर्ड आपरेशन प्रोसीजर (Safe Standard Procesure) है।
  1. PCS-  मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में पीसीएस (PCS) का फुल फार्म  प्रोसेस कंट्रोल स्टैण्डर्ड (Process Control Standard) होता है |
  1. SWS- असेम्बलिंग यूनिट में एसओपी को एसडब्लूएस (Standard Work Sheet) होता है।

SOP की जरूरत क्यों पड़ती है?

आपको बता दें कि किसी भी कंपनी को SOP की जरूरत इसलिए पड़ती है, क्योंकि इससे money and time दोनों की बचत होती है।

इसको इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि किसी एक काम को कई कर्मचारी अलग अलग तरीके से करते हैं तो इस तरह के काम में धन और समय ज्यादा लगता है। इसलिए किसी एक मानक तरीके से काम करने की  सही रणनीति यानी SOP बनाई जाती है, जिसका पालन सभी कर्मचारी करके उस काम को कम से कम खर्च में और कम से कम समय में पूरा कर पाते हैं। इससे कंपनी की गुणवत्ता बढ़ती है। production cost  और time की बचत होती है।

दोस्तों जैसा कि बताया, sop एक लिखित दस्तावेज होती अर्थात लक्ष्य, उद्देश्य नियम और  तरीका की लिखित डाक्यूमेंट्स होता है। जिससे कि कोई कंपनी अपने काम करने की रणनीति बनाकर सभी कर्मचारियों को उस SOP documents के अनुसार काम करने के लिए प्रेरित करता है।

संचार प्रक्रिया को सुधारना (improve the communication process):

आपको बता दें कि किसी कंपनी में सही s.o.p. हो तो communication process skill को improve करता है। कई sarve में यह बात सामने आई है कि आज के समय में communication process को work flow लाने के लिए  s.o.p. का निर्माण किया जाता है।

इस बात को हम आपको सरल ढंग से बता रहे हैं कि मान लीजिए किसी कंपनी में काम करने और skill process communication  करने का तरीका sop दस्तावेज में लिखा है और पुराने कर्मचारी इसी को फॉलो करते हैं।‌ इसलिए नए कर्मचारी इनसे सीख कर जल्द ही इस प्रोसेस को फॉलो कर लेते हैं। इस तरह से कंपनी या कोई संस्थान किसी नए कर्मचारी को s.o.p. के जरिए काम करने का स्टैंडर्ड तरीका बता देती है। दूसरे कर्मचारी भी उसकी मदद करते हैं। इससे प्रोडक्शन लॉस नहीं होता है।

SOP लागू करने के फायदे

अब आपको बता दें कि यदि कोई कंपनी या संस्थान sop अपने यहां लागू नहीं करती है तो उसे बहुत नुकसान उठाना पड़ता है।

क्योंकि काम करने का माहौल और तरीका हर बार बदलता है जिससे कि कार्य संपादन सही तरीके से नहीं हो पाता है। जबकि अगर sop दस्तावेज पहले से निर्धारित है तो तो कर्मचारी काम को बेहतर तरीके से संपादित कर सकते हैं।‌ इसमें working system मैं एकरूपता बनी रहती है

SOP लागू करने से प्रोडक्शन लागत का कम होना:

दोस्तों जैसा कि इस आर्टिकल में हमने बताया कि s.o.p. लागू करने से श्रम और पैसे दोनों की बचत होती इसके साथ समय की भी बचत होती है। इस कारण से किसी भी कंपनी के उत्पाद की लागत भी कम आती है। और वह कम मूल पर अपने प्रोडक्ट को बेचकर मार्केट में उपभोक्ताओं को आकर्षित कर सकती है।

s.o.p. प्रणाली की वजह से वह कंपनी सस्ते कीमत में प्रोडक्ट या सेवा उपलब्ध कराती और बाजार में अपनी साख (मार्केट वैल्यू) बना लेती है।

ऐसे ढेरों कंपनियों के उदाहरण आपके आसपास है, जैसे टाटा, रिलायंस आदि कंपनियां अपनी मजबूत s.o.p. रणनीति से ही लागत (protection cost) को कम करके प्रोडक्ट की कीमत घटा लेते हैं, जिससे कि बाजार में अपने कंपीटीटर से यह कंपनियां आगे निकल जाती है, आपको बता दें जो कंपनी सही से sop रणनीति लागू नहीं करती है वह मार्केट में पिछड़ जाती है।

More Important Full Forms:

conclusion

आशा है कि  एसओपी (SOP) full form related अपडेट इंफॉर्मेशन आपके लिए उपयोगी रही है। SOP से संबंधित सभी जानकारी यहां पर अच्छे तरीके से दी गई है- जैसे कि कंपनी के दस्तावेज बनाने और इसके लाभ आदि के बारे में चर्चा इस पोस्ट में की गई है। इस तरह की ढेरों जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट से जुड़े रहे।

इस लेख में मैंने आपको SOP की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे SOP kya haiSOP ka full form (SOP full form in Hindi), SOP से अभिप्राय?, इनके कार्य, फायदे आदि।

अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको SOP full form, what is SOP in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।

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