भारत में अक्सर आतंकवादी खतरनाक घटनाओं को अंजाम देते है जिससे पूरे देश में आक्रोश का मौहाल बन जाता है। अभी हाल के दिनों में उदयपुर में घटना इससे पूरे के लोगो का गुस्सा फूटा था।। इसकी देश विदेश में कड़ी आलोचना की जा रही। इस घटना की जांच NIA को सौंपी गई है। अब आपको सोच रहे होगें कि NIA क्या है?, इस टर्म का उपयोग किसलिए किया जाता है तो आज के खास ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से जानते है।
उदयपुर की घटना का जिक्र करे तो तालिबानियों ने कन्हैया लाल को एक पोस्ट का समर्थन महज किए जाने पर, उसका गला धड़ से उड़ा दिया और इस हिंसा का वीडियो भी वायरल कर दिया।
भारत में एनआईए का गठन 31 दिसंबर 2008 को भारत की संसद के जरिए पारित अधिनियम राष्ट्रीय जांच एजेंसी विधेयक 2008 के तहत किया गया था। इस संस्था के पहले महानिदेशक का नाम दर्ज करे, तो राधा विनोद राजू थे।
वही मौजूदा समय में पंजाब के पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय के जरिए जारी एक आदेश में यह जानकारी प्राप्त हुई। पंजाब के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्ता इस पद पर 31 मार्च 2024 तक नियुक्त रहेंगे। आइये जानते हैं NIA का फुल फॉर्म (NIA full form in Hindi) क्या है, इनकी भूमिका क्या है, NIA officer कैसे बने आदि।
NIA का फुल फॉर्म – NIA क्या है (NIA full form in Hindi)
एनआईए के फुल फॉर्म को लेकर मैने कई दफा लोगो को कंफ्यूज होते देखा है। इंग्लिश में इस टर्म की मीनिंग और फुल फॉर्म “National Investigation Agency” वही हिंदी में इसका असल अभिप्राय “राष्ट्रीय जांच एजेंसी” है। हम शॉर्ट फॉर्म में NIA के नाम से जानते है। ये टर्म आपको न्यूज चैनल या अखबारों में अक्सर सुनने या पढ़ने को मिलता होगा।
NIA के गठन की आवश्यकता
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि NIA का गठन आतंकवाद के खात्मे के लिए किया गया है। वहीं साल 2008 में भारत में मुंबई का हमला हुआ था, तो उस हमले की जांच पड़ताल करने के लिए वहां कोई संस्था नहीं थी, और उस दौरान एक जांच एजेंसी की सख्त जरूरत थी जो केंद्र सरकार के अधीन रहकर उस काम को शीघ्रता से कर सके। इसकी भूमिका आतंकवादी गतिविधियों पर पैनी नजर बनाकर , उनके इरादों नापाक करना होता है।
खास तौर पर इस एजेंसी का गठन आतंकवाद को धन उपलब्ध कराने आतंकी, हमला की घटनाओं को अंजाम देने वालो और उससे जुड़े लोगों की बकायदा जांच करने के लिए किया गया है।
NIA का भूमिका
अब तक तो आपको पता चल गया होगा की NIA भारत की एक राष्ट्रीय जांच एजेंसी है, यह एक जांच एजेंसी के तहत आती है। जिसका कार्य मुख्य तौर पर आतंकवादी गतिविधियों और भारत में आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने का होता है।
भारत सरकार द्वारा इस जांच एजेंसी को विशेष अधिकार प्राप्त होते हैं। आतंकवादी गतिविधियों में दोषी पाए जाने लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके। उनकी पूरी संपत्ति को जब्त करके उपयुक्त व्यक्ति या संगठन को आतंकवादी घोषित किया जा सके। वही इसमें राज्य सरकार को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं होता।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के कार्य
2008 के मुंबई में हुए आतंकी हमले के जांच के लिए गठित इस जांच एजेंसी की कई भूमिकाएं होती है। वही हाल में दिनों में उदयपुर में घटित घटना के बारे में पता लगाने के लिए एनआईए को सौंपा गया
- एनआईए राज्यों से अनुमति लिए बगैर देश भर में आतंकी मामलों की जांच करने का अधिकार रखती है।
- एजेंसी आतंकवादी अपराधों की तह तक जांच पड़ताल करती है।
- देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने की स्थिति में,परमाणु सुविधाओं पर अपराध आदि की गहराई में जाकर जांच करती है।
- यह संसद के जरिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम 2008 पारित करने के बाद लागू हुई थी।
NIA में जॉब पाने के लिए सामान्य पात्रता
एनआईए में आवश्यकतानुसार विभिन्न पदों के लिए पोस्ट निकाली जाती है प्रतियोगी छात्र की आयु कम से कम 18 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। और अन्य पदों के लिए अलग अलग निर्धारित होती है। एनआईए के तहत निकाली जाने वाली वेकेंसी नीचे दी गई है।
- सेक्शन ऑफिसर
- ऑफिस सुपरिटेंडेंट,
- असिस्टेंट,
- स्टेनोग्राफर
- क्लर्क,और
- सैनिक पद
एनआईए ऑफिसर की अनुमानित सैलरी
NIA ऑफिसर बनने के लिए आपको प्रतियोगी के तौर पर SSC CGL परीक्षा को क्लियर करने के बाद प्रतियोगी को SSC CGL एग्जाम को क्लियर करने के बाद Sub Inspector पर नियुक्त होते है। इस दौरान आपको छठे वेतन आयोग के अनुसार महीने में 34,400 से 1,12,400 प्राप्त होती है। और आगे इस सैलरी में इजाफा भी होता है।
एनआईए का हैडकार्टर
एनआईए का ही हैडकार्टर भारत की राजधानी नई दिल्ली में मौजूद है। इसके कई ब्रांच है जोकि भारत के विभिन्न शहरों हैदराबाद, गुवाहाटी, कोच्चि, लखनऊ, मुंबई, कोलकाता, रायपुर और जम्मू जैसे शहरों में मौजूद है।
NIA और CBI जांच एजेंसी में अंतर
NIA और CBI भारत की जांच एजेंसी के तहत आती है। जहां CBI एक आपराधिक जांच एजेंसी के लिए जानी जाती है। वही NIA का गठन आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए किया गया है।
सीबीआई से अभिप्राय सेंट्रल अन्वेषण ब्यूरो यानी कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन से है। एनआईए से अभिप्राय नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी से है। दोनों ही भारत सरकार की जांच एजेंसी के तहत आती है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद 2009 में किया गया। वहीं केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो का गठन 1963 में आदर्शवाद ,उद्योग निष्पक्षता, अखंडता के साथ हुआ था। सीबीआई की उत्पत्ति के बारे में विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के जरिए पता लगाया जाता है। ये विश्वसनीय जांच एजेंसी के तहत गिनी जाती है। इसमें जांच पूरी तरह से निष्पक्ष होकर की जाती है, फिर चाहे सीबीआई के जरिए की जांच हो या फिर एनआईए के जरिए की गई छानबीन ही क्यों न हो।
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Conclusion
इस तरह से आपको भारत की एक खास जांच एजेंसी NIA के बारे के बेहद खास जानकारी इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से प्रदान की गई। भारत में आतंकवाद को जड़ से हटाने के लिए ये जांच एजेंसी काफी प्रभावी है।
इस लेख में मैंने आपको NIA की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे NIA kya hai, NIA ka full form (NIA full form in Hindi), एनआईए की तैयारी कैसे करें आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको NIA full form, what is NIA in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।