EMI full form: शॉपिंग मॉल हो या चाहे इलेक्ट्रॉनिक स्टोर या यहां तक कि कार या बाइक खरीदते समय भी आपने कई उदाहरणों में EMI शब्द के बारे में सुना होगा। सरल शब्दों में EMI एक निश्चित राशि है जो किसी प्रोडक्ट्स के खरीदार को महीने की किसी विशेष तारीख पर borrower को ब्याज दर के साथ चुकानी होती है जो स्थिर रहती है। यह एक बेहतर विकल्प है जब खरीदार एक बार में पूरी राशि का भुगतान नहीं कर सकता। EMI का पेमेंट हर महीने तब तक किया जाता है जब तक कि पूरा amount का पेमेंट नहीं हो जाता।
आजकल EMI का उपयोग काफी बढ़ गया है। छोटी सी छोटी चीजें भी अब emi पर ख़रीदा जा सकता है। पहले के समय में emi की सुविधा कुच्छ निश्चित चीजों में ही थी जैसे Car loan, Bikes loan, Home loan, Personal loan etc.
पर वर्तमान में अब आप Mobile, Laptop, Computer, Cooler, Fridge etc भी EMI पे ले सकते हैं। आज के इस लेख में मैं आपको EMI से जुड़ी तमाम जानकारी देने वाला हूँ जैसे EMI क्या है, EMI का फुल फॉर्म (EMI full form), EMI कैसे काम करती है, इसके फायदे व नुकसान आदि।
EMI full form: इएमआई का फुल फॉर्म क्या है?
EMI का फुल फॉर्म Equated Monthly Installment होता है। EMI बैंक या फिर किसी भी Financial Institutions से Loan के तौर पर ली गई राशि की भरपाई करने के लिए Bank आपको Loan के पैसों को इंस्टॉलमेंट में चुकाने की facility देता है।
EMI क्या है? – What is EMI in Hindi
EMI का मतलब एक निश्चित राशि है जो आप बैंक या उस संस्था को उस रकम के एक छोटे हिस्से के तौर पर हर महीने अदा करते हैं, जो आपने लोन के रूप में ली हो।
EMI कैसे काम करती है?
EMI Payment का विकल्प चुनने से पहले यह जानना जरूरी है की EMI कैसे काम करती है।
- EMI अन्य परिवर्तनीय भुगतान विकल्पों के समान नहीं है। बाद में उधारकर्ता यानी borrower अपनी इच्छा के आधार पर उच्च राशि का भुगतान कर सकता है।
- EMI भुगतान करते समय खरीदार को EMI की समय सीमा पूरी होने तक हर महीने ठीक उसी राशि का भुगतान करना होता है।
EMI की गणना करने के लिए आवश्यक बिंदुओं को पढ़ कर आप इसके हिसाब से calculation कर सकते है।
- ब्याज की वह दर जो बैंक या किसी अन्य ऋणदाता (उधार देने वाला) ने आपसे ली है।
- आपके द्वारा उधार ली गई कुल राशि। इस ऋण राशि को मूलधन के रूप में भी जाना जाता है।
- तीसरा कारक बैंक या किसी अन्य ऋणदाता द्वारा आपको पूरी राशि का भुगतान करने के लिए दिया गया समय है यानी ब्याज सहित ऋण राशि।
EMI के लाभ
- EMI आपको प्रोडक्ट्स को आसानी से खरीदने में सहायता देता है भले ही आप पूरी राशि का एडवांस भुगतान न कर सकें।
- EMI आपको महंगी चीजें (जैसे इलेक्ट्रोनिक चीजें,कार या बाइक) खरीदने की अनुमति देता है जो आपकी फाइनेंशियल capacity से परे हैं।
- EMI आकर्षक ऑफर्स के साथ प्रोडक्ट्स की एक लंबी श्रृंखला पर उपलब्ध है।
- इन दिनों कोई भी अपनी फाइनेंशियल कंडीशन के आधार पर बैंक या किसी अन्य ऋणदाता को भुगतान करने का अपना कार्यकाल चुन सकता है।
- यदि आपको बड़े खर्चे जैसे घर लेना, शादी करना, इमरजेंसी या कोई बड़ी योजना में पैसे लगाना है तो बेहतर है कि आप लोन लें। क्योंकि ऐसी कंडीशन में अपनी मेहनत की कमाई को खर्च करना ठीक ऑप्शन नहीं लगता। यदि आप Bank या किसी Source से लोन लेते हैं तो आप आने वाले समय में इस Loan को महीने दर महीने EMI की मदद से हर महीने चुका सकते है।
- EMI उधारकर्ताओं को किसी भी ब्रोकर को शामिल करने से बचने की अनुमति देता है और उधारकर्ता हर महीने lender को सीधे भुगतान कर सकता है।
EMI के प्रकार – Types of EMI
EMI दो प्रकार की होती है।
- बकाया ईएमआई (EMI in Arrears): बकाया EMI standard EMI है। यहां कर्ज लेने वाला कर्ज की समय सीमा पूरी होने तक एक specific date पर एक specific राशि का repayment करता है। डॉक्यूमेंट्स की मंजूरी पूरी accepted amount minus प्रोसेसिंग फीस(प्रत्येक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर लगने वाली कुल लागत होती है) उधारकर्ता के बैंक खाते में जमा किया जाएगा। Accepted amount से एडवांस में कोई EMI नहीं काटी जाएगी।
- Advance EMI: उधारकर्ता के लोन अकाउंट में accepted amount की details करते समय इकट्ठा की गई EMI एडवांस में EMI है। उधारकर्ता के बैंक खाते में accepted loan amount जमा करने से पहले lender accepted amount से एक एडवांस emi और प्रोसेसिंग फीस काट लेगा।
Loan के प्रकार – Types of Loan
Home Loan, Car Loan और Personal Loan सबसे आम प्रकार के लोन हैं जिनके लिए आसान प्रक्रियाओं के साथ EMI विकल्प उपलब्ध हैं। आपके द्वारा चुने गए ऋण के प्रकार के आधार पर EMI प्रक्रियाएं अलग-अलग होगी। साथ ही ब्याज की दर उस ऋणदाता के प्रकार के आधार पर अलग होगी जिससे आप राशि उधार लेते हैं।
EMI के नुकसान
1. लंबे ऋण: EMI को debt समय को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है जिससे आप पर ऋण अधिक समय तक बना रहता है।
2. अतिरिक्त लागतें: जब आप कोई EMI योजना चुनते हैं तो ब्याज लागत के अलावा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस प्रोसेसिंग फीस भी ले सकते हैं।
3. कोई prepayment नहीं: भले ही आपके पास अवधि समाप्त होने से पहले ऋण का भुगतान करने के लिए तैयार नकदी हो लेकिन ज्यादातर emi योजनाएं आपसे मूल राशि के 2-3% के बीच प्रीपेमेंट पेनल्टी वसूल करेंगी।
EMI का भुगतान नहीं करने पर क्या होता है?
यदि आपने EMI का भुगतान निर्धारित समय तक नहीं किया है तो आपके ऊपर एक प्रकार का जुर्माना लगाया जाता है और यह जुर्माना फाइनेंशियल संस्थान द्वारा उन व्यक्तियों के लिए लगाते हैं जो अपने EMI भुगतान से चूक गए हैं। यह delay fee या emi के लिए उच्च ब्याज दर के रूप में हो सकता है। यह अमाउंट emi का लगभग 1% से 2% के बीच हो सकता है। अलग-अलग फाइनेंशियल्स स्थान का अलग-अलग delay fees निर्धारित होती है।
किसी भी प्रकार के लोन का emi कैलकुलेशन थोडा कठिन होता है पर मैन्युअल कैलकुलेशन से बचने के लिए आप Online calculator by calculatorguru.net का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक फ्री वेबसाइट है जहाँ पे अनेको प्रकार के फ्री कैलकुलेटर उपलब्ध है। आप इस टूल के मदद से कुच्छ ही सेकंड में अपना emi calculate कर सकते हैं।
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Conclusion
इस लेख में मैंने आपको EMI की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे EMI kya hai, EMI ka full form (EMI full form in Hindi), EMI meaning in Hindi, EMI से अभिप्राय? और यह कैसे काम करता है, इसके फायदे क्या क्या हैं आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको EMI full form, what is EMI in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।