GPS full form: पुराने समय में मनुष्य Navigation के लिए आसमान पर निर्भर रहता था। हम कहाँ थे और अन्य स्थानों पर कैसे पहुँचें यह जानने के लिए हम आकाश में वस्तुओं पर निर्भर थे। प्राचीन navigators ने रात के आकाश में नक्षत्रों का उपयोग यह आकलन करने के लिए किया कि वे कहाँ थे। कम्पास, मानचित्र और एस्ट्रोलैब समुद्र के नेविगेटर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले शुरुआती devices में से हैं। आधुनिक युग में तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक समकक्षों ने मुख्य रूप से इन devices का स्थान ले लिया है। अब हमें केवल एक साधारण हैंड हेल्ड GPS रिसीवर की आवश्यकता है ताकि हम दुनिया में ठीक-ठीक समझ सकें।
GPS की सहायता से हमारी लोकेशन का बहुत आसानी से पता लगाया जा सकता है। आपने अक्सर देखा होगा की जब mobile में GPS ON रहता है तो आपकी location show होने लगती है। इसके जरिए जब हम social media पर कोई post डालते हैं, तो उसमे भी हमारी location दूसरो को दिखाई देने लगती है। ये सब GPS के वजह से ही possible होता है।
जहां जहां हम जाते हैं हमारी लोकेशन trace होती रहती है। यदि आपके पास smartphone है तो आप भी कहीं कहीं GPS का इस्तेमाल तो करते ही होंगे पर बहुत सारे लोगो को GPS का फुल फॉर्म, जीपीएस क्या है, जीपीएस का आविष्कार किसने किया है आदि की जानकारी नहीं है। आईए जानते है हमारे मॉडर्न जमाने के इस डिवाइस के बारे में।
GSP Full Form – जीपीएस का फुल फॉर्म
GPS तीन शब्दों से मिलकर बना हुआ है “Global Positioning System” जिसे शॉर्टफॉर्म में GPS बोलते है। आज बहुत से इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स में GPS receiver शामिल हैं, जैसे smartphone,automobile, GPS Device और Fitness band और watch आदि।
GPS का mainly वाहनों पर नजर रखने और navigation करने के लिए use किया जाता है।
GPS क्या है? – जीपीएस क्या है?
जैसा की आप इसके परिचय से तो परिचित हो ही गए होंगे। यह एक रेडियो नेविगेशन system है जिसका use भूमि, समुद्र और हवा पर मौसम की स्थिति के बावजूद सटीक place,time और velocity fixed करने के लिए किया जाता है।
GPS कुल मिलाकर तीन कंपोनेंट्स से बना हुआ है-satellites, ground station और reciever और तीनो का अलग अलग function है।
Satellites तारामंडल में तारों की तरह काम करते हैं और हम जानते हैं कि वे कहां हैं क्योंकि वे हमेशा संकेत भेजते हैं।
दूसरा Ground station radar का use यह सुनिश्चित करने के लिए करते हैं कि satellites वास्तव में वहीं हैं जहां हम सोचते हैं कि वहा से कहीं और हैं।
Reciever एक Device है जो आपको फोन या कार में मिल सकता है। एक बार जब reciever चार या अधिक satellites से अपनी distance को calculate करता है तो यह ठीक-ठीक जानता है कि आप कहां हैं।
GPS कैसे कार्य करता है?
GPS System तीन स्टैंडर्ड Segment system पर कार्य करता है। Space Segment, Control Segment और User Segment इन तीनों system को satellite के जरिए जोड़ा गया है।
जब भी हम कोई location search करते है तो सबसे पहले satellite से signal पृथ्वी पर आता है, इसके बाद यह signal reciever को प्राप्त होता है फिर उसके बार reciever इन signal की distance और time को भी measure करता है।
इन सभी segment के बाद जो information आपने GPS की सहायता से search की है वो आपके पास पहुंचती है। इस तरह से GPS काम करता है। GPS की अपनी डिस्टेंस होती है मतलब यदि आप एक open place पर है तो GPS लगभग 16 feet के दायरे में exact location show करता है। लेकिन अगर आप ऊंची बिल्डिंग,पेड़ और पुल पर है तो ऐसी स्थान पर GPS की accuracy बिगड़ जाती है।
- Read: Computer full form
GPS का इतिहास – History of GPS
GPS के Concept का इतिहास बहुत पुराना है।
जब भी हमे किसी unknown जगह पर जाना होता है तो हम GPS का use करते है और GPS का use जैसे की car, ship, Laptop, Mobile, Aeroplane और Camera मे भी होने लगा है आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा की GPS का आविष्कार किसने किया है।
GPS के project की शुरुआत सन 1973 मे हुआ था फिर लगभग 5 साल बाद इसको February 1978 मे लॉन्च के लिए ready किया गया था। इसके inventor Roger L Easton है लेकिन दो और भी इसके launching में सामिल है उनके नाम कुछ इस प्रकार है Bradford Parkinson और Ivan A. Getting इन्होंने ने भी GPS को और बेहतर बनाने में अपना फुल सहयोग दिया।
Roger L Easton ने बहुत सारे इंजीनियरिंग Aplication और Technology का आविष्कार किया इनके काफी प्रयासों के बाद GPS का invention successful हो पाया।
GPS पहले सारे लोगो के लिए available नहीं था। सबसे पहले America की सेना ने अपनी सुरक्षा के लिए इसका use किया तब कुछ ही सालों के बाद ये हर citizens के बीच आया । साल 1980 में इसे common लोगो के लिए उपलब्ध करा दिया गया।
GPS का का प्रयोग: Use of GPS
GPS का use ज्यादातर location के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं। इसका उपयोग कही भी ऐसे स्थान पर जाने के लिए किया जाता है जहां आप उस स्थान के बारे में अनजान हो वहां पर जाने के लिए GPS की सहायता से पहुंचा जा सकता है।
इसका ज्यादातर use नीचे दिए गए चीजों के लिए होता है।
Location:
Location का पता लगाने के लिए GPS का use – जैसे किसी smartphone से हम लोग अपने GPS को ON कर के वहां के location के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Navigation:
GPS का use यदि हम लोगों को किसी दूसरे स्थान पर जाना हैं और वहां के बारे में कोई इनफॉर्मेशन नहीं हैं तो हम लोग GPS का use करके वहां के स्थान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और यहां तक कि हम उस जगह के मौसम के बारे में भी पता कर सकते है।
Tracking:
एक तरह से यह सेफ्टी फैक्टर (TRACKING) के लिए GPS का उपयोग किया जाता है। यदि किसी vehicles को track करना हैं कि vehicles कहां पर हैं तो उसको track करने के लिए GPS का use कर सकते हैं। आपने पुलिस डिपार्टमेंट को GPS का use करते अधिकतर देखा होगा।
Mapping:
GPS का use दुनिया के map बनाने के लिए और map के बारे में जानने के लिए किया जाता है।
Timing:
किसी जगह पर समय के बारे में ज्यादा जानकारी जानना चाहते हैं तो उसके लिए GPS का उपयोग करके exact timing को पता किया जा सकता है।
GPS के प्रकार – Type of GPS
GPS के प्रयोग और एप्लीकेशन के हिसाब से इसको बहुत से भागों में बाटा गया है। लेकिन इसे मुख्य रूप से 5 प्रकार में जाना गया है।
1.Street Navigation System
2.Sports GPS System & watches
3.Personal Digital Assistant Based System
4.Phone With GPS
5.GPS for Kids
More Important Full Forms:
- BC full form
- SC, ST, OBC full form
- BCA full form
- SDO full form
- DSP full form
- OK full form
- IAS full form
- IPS full form
- Pdf full form
Conclusion (निष्कर्ष)
GPS के बारे में तमाम जानकारी प्राप्त करके हम उसके Conclusion पर पहुंच गए है। जैसा की आजकल Geo physics के अलावा engineering के students को भी यह subject पढ़ाया जा रहा है और उन्हें इस area में trained भी किया जा रहा है। इसके अलावा solar, space studies भी GPS की basic जानकारी के बिना पूरी नहीं होती। इसकी जरूरत को मध्यनजर रखते हुए आप अंदाजा लगा सकते हैं की GPS जैसी high technique हमारे लिए कितनी important बन चुकी है।
हम आपसे उम्मीद करते है की इस article में GPS से जुड़ी तमाम जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित बन गई होगी।
इस लेख में मैंने आपको GPS की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे GPS kya hai, GPS ka full form (GPS full form in Hindi), जीपीएस कैसे कार्य करता है, GSP का उपयोगिता और इसके फायदे आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको GPS full form, what is GPS in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।