DRDO full form: डीआरडीओ क्या है, इसके कार्य व उदेश्य (DRDO का फुल फ्रॉम)

DRDO full form (डीआरडीओ का फुल फॉर्म): इंटरनेट के जमाने में हमे अक्सर कुछ न कुछ नया जानने को मिलता है। आए दिन हम नए नए वर्ड से परिचित होते रहते है। बच्चे से लेकर बड़े के पास आज के समय में स्मार्टफोन और इन्टरनेट का कनेक्शन है। ऐसे में अगर हमे किसी टर्म को लेकर कंफ्यूजन होती है, तो गूगल पर सर्च करने में हम ज्यादा समय नहीं लगाते। आज हम एक ऐसे ही टर्म DRDO के बारे में जानेंगे। इसके फुल फॉर्म को लेकर लोग अक्सर कन्फ्यूज हो जाते है।

DRDO full form

DRDO एक डिफेन्स यानि की भारत की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा हुवा टर्म है जिसका उदेश्य अनेको प्रकार की हथियार मुहैया कराना है। अक्सर हम इस टर्म को न्यूज़ में या अखबारों में देखते हैं पर बहुत सारे लोगो को इसके बारे में थोड़ी भी जानकारी नही होती है। तो चलिए आज के इस लेख में मैं आपको DRDO क्या है इसका फुल फॉर्म क्या है (DRDO FULL FORM), इसके कार्य और उदेश्य आदि के बारे में विस्तार से बताता हूँ।

DRDO full form: DRDO क्या है, इसका फुल फॉर्म

DRDO के फुल फॉर्म का जिक्र करे तो इंग्लिश में इसका फुल फॉर्म “Defense research and development organization” है।

आपको जानकारी के तौर पर बता दे कि ये पूरी तरह रक्षा मंत्रालय की रक्षा अनुसंधान और विकास के तहत  करने वाली ऐसी संगठन है, जिसकी स्थापना 1958 में दिल्ली में की गई थी।

DRDO की मुख्य भूमिका तीनों रक्षा सेवाओं को जरूरत के मुताबिक विश्व स्तर के प्रतिस्पर्धी हथियार प्रणाली के लिहाज से देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्यरत होता है।

इसकी मुख्य भूमिका का जिक्र किया जाए तो DRDO की खास जिम्मेदारी आधुनिक हथियारों का निर्माण करने के साथ ही नए – नए अनुसंधान करना ही डीआरडीओ की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक है।

DRDO असल मायने में तकनीकी परिवर्तन से देश को नई ताकत निरंतर रूप से प्रदान करना है। यहां पर 5000 से कही अधिक साइंटिस्ट और पच्चीस हजार से अधिक कर्मचारी काम करते है।

DRDO अत्याधुनिक तकनीकी के मिसाइलों, हथियारों, हल्के लड़ाकू विमान रडार और इन सबके अलावा और भी इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों को लगातार विकसित करने में कार्यरत है। इसके जरिए सेना को काफी ताकत मिलती है।

यही नहीं आवश्यकता पड़ने पर ये सेना को वो सभी सुविधाएं प्रदान करता है जिसकी उसे समय समय पर जरूरत पड़ती रहती है।

DRDO की रक्षा विभाग में भूमिका

जैसा की आप जानते होगे कि ये संघटन पूरी तरह से रखा मंत्रालय भारत सरकार के कंट्रोल मे है। ये अपनी 52 प्रयोगशालाओं में रिसर्च और डेवलपमेंट की दिशा में कार्य करता है।

इसके अतिरिक्त भूमिका के रूप में ये विभिन्न क्षेत्रों को कवर करने वाले रक्षा प्रौद्योगिकी को विकसित करने के प्रयास में योगदान देता है जोकि वैश्विक स्तर से जुड़ा हो।

भारतीय सेना के तीनों मुख्य अंग जल, थल और वायु सेना को मॉडर्न तकनीकी के हथियार प्रदान करने में डीआरडीओ ने विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

वर्तमान समय में भारतीय सेना की जरूरत का हथियार का एक बड़ा हिस्सा डीआरडीओ अपने ही देश में पूरा कर पाने ने सक्षम हो गया है। इसी के चलते भारत का डिफेंस पर आने वाला अतिरिक्त खर्च काफी सीमित हो गया है। आज के दौर में भारत इतना सक्षम हो चुका है की भारत अन्य देशों को हथियार बेचने लग गया है।

आपको ये जानकर और भी दिलचस्प लगेगा कि आजकल DRDO ने अपनी भूमिका को हथियार और प्रौद्योगिकी निर्माताओं के डिजाइनर के तौर पर आंशिक रूप से स्थानांतरित कर दिया गया है।

DRDO परीक्षा प्रारूप

DRDO में प्रवेश लेने के लिए उम्मीदवार को कई परीक्षाओं और प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। इसी के बाद आप इसमें प्रवेश हासिल कर पाते है।

वही प्रतियोगी परीक्षा का जिक्र करे तो उम्मीदवार को GATE या CEPTAM परीक्षा के जरिए DRDO में भर्ती के लिए आवेदन करने मौका मिल जाता है।

वही डीआरडीओ कई सारी पोस्ट के लिए अपना खुद का एग्जाम परीक्षा आयोजित कराती है। इसके परीक्षाओं में कुछ विकल्पीय सवाल पूछे जाते है इसके लिए एक निर्धारित समय फिक्स होता है।

वहीं DRDO के एग्जाम को दो चरणों में आयोजित किया जाता है, जिसमें पहले चरण में रिटन एग्जाम होती है उसके बाद इंटरव्यू का आयोजन होता है। प्रतियोगी छात्र को पता होना चाहिए की उसका अंतिम सिलेक्शन इंटरव्यू के जरिए होता है।

ये परीक्षा महज 3 घंटे की होती है ये 500 मार्क्स की होती है इसमें कुल मिलाकर 150 ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते है।

वही इसमें पूछे जा रहे विषयों का जिक्र करे तो इनमे जनरल अवेयरनेस, पॉजिटिविटी, कॉन्फिडेंस और जनरल साइंस जैसे विषयों को शामिल किया गया है।

DRDO के तहत निकलने वाली पोस्ट

डीआरडीओ से संबंधी विभिन्न जानकारी आपको आज के खास आर्टिकल में पता चल गई होगी। वही अंतिम कड़ी में आपको ये भी जानना जरूरी है कि डीआरडीओ में नौकरी करने के लिए उम्मीदवार किस किस पोस्ट के लिए आवेदन कर सकता है। इसकी जानकारी नीचे दी गई है।

  • Junior Research Fellowship
  •  Research associate
  •  Construction engineer
  • handyman

More Important Full Forms:

 DRDO full form: Conclusion

इस तरह से आपको आज के खास आर्टिकल में DRDO से जुड़ी बेहद खास और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। अगर आप भी देश के लिए कुछ कर गुजरना चाहते हो तो आप डीआरडीओ के लिए आवेदन कर सकते है। ये काफी प्रतिष्ठित नौकरियों में से एक है। अगर आपको इसे जुड़ी कोई जानकारी प्राप्त करनी है तो आप कॉमेंट के जरिए हमसे जुड़ सकते है।

इस लेख में मैंने आपको DRDO की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे DRDO kya haiDRDO ka full form (DRDO full form in Hindi), DRDO से अभिप्राय?, DRDO के कार्आय और उदेश्य आदि।

अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको DRDO full form, what is DRDO in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।

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