DNA full form (DNA का फुल फॉर्म) – मेडिकल लाइन में आपने लोगो के मुंह से DNA के बारे में सुना होगा। लेकिन इसके बारे में शायद आपको बहुत अधिक जानकारी न हो। आज के आर्टिकल में आपको DNA की फुल फॉर्म और इससे जुड़ी बेहद खास जानकारी प्रदान की जाएगी।
अगर आप एक क्षात्र हैं तो आपको यह किताबो में भी पढने को जरुर मिला होगा क्योकि यह हमारे Syllabus का एक पार्ट है। पर बहुत सारे क्षात्रो को DNA का फुल फॉर्म भी पता नहीं होता है तो वे इसके बारे में और क्या ही जानेंगे। खैर अगर आप इस लेख को पूरा पढ़ लेंगे तो DNA सी जुड़ी सारे Doubts clear हो जायेंगे।
DNA full form – डीएनए का फुल फॉर्म
DNA के फुल फॉर्म का जिक्र करे तो इसे मेडिकल के फील्ड में “Deoxyribonucleic acid” जिसे हिंदी में “डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल” के नाम से जानते है। मानव के शरीर में डीएनए वो गुणसूत्र है जिसके अंतर्गत व्यक्ति अपने परिवार के वंशज के बारे में जानकारी हासिल कर सकते है।
DNA क्या है? – What Is DNA In Hindi
डीएनए असल मायने में खास तरह का टेस्ट होता है इससे किसी शख्स के वंश की जानकारी प्राप्त होती है। इसके आधार पर खून के रिश्ते का पता लगाया जाता है। जैसे की किसी बच्चे के पिता का जानकारी इससे पता लग सकता है।
डीएनए एक जेनरेशन से दूसरे जेनरेशन में जाता है। प्रत्येक शख्स के जींस में 46 गुणसूत्र होते है जिसमे से 23 मां के और 23 पिता के होते है। वर्तमान समय में डीएनए के 1200 तरह के टेस्ट कराए जाते है।
डीएनए टेस्ट की सहायता से जेनेटिक बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। इस टेस्ट के जरिए भविष्य में होने वाली बीमारियो का भी पता लगाया जा सकता है। इसी लिहाज से लोगो के लिए ये डीएनए टेस्ट मददगार साबित होता है।
DNA का फुल फॉर्म ‘ डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल’ है। इसकी खासतौर पर भूमिका अपने परिवार के वंशज का पता लगाने के लिए कर सकते है। डीएनए में जेनेटिक गुण होते है। मानव के शरीर में डीएनए की महत्वपूर्ण भूमिका है।
हर एक मनुष्य के अंदर ये जीवित कोशिका पाई जाती है। ये जीवित कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक ऐसा गुणसूत्र है, जो उस जीव की सरंचना को परिभाषित करने में मददगार है। इसकी खोज 1953 में हुई थी। इसका श्रेय जेम्स और फ्रांसिस क्रिक को जाता है। इस खोज के लिए उन्हें साल 1962 में नोबेल पुरूस्कार से भी सम्मानित किया गया।
इससे आप सभी वाकिफ होगे कि मनुष्य का शरीर विभिन्न कोशिकाओं से मिलकर बना है। डीएनए सेल्स में पायी जाने वाली एक घुमावदार सीढ़ी स्ट्रैक्चर के जैसे होती है। कम शब्दों में कहें तो ये डीएनए जीवित कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक गुणसूत्र है।
जीवित सेल्स के लिए पूरी तरह से अनिवार्य है। ये सभी कोशिकाओं में मौजूद है। आपको ये जानकर काफी दिलचस्प लगेगा कि करीब 1 ग्राम DNA 700 Terabyte तक की जानकारियों को संग्रहित कर सकता है।
डीएनए की संरचना कैसे होती है?
एडेनिन, ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन के तौर पर 4 तरह के केमिकल बेस डीएनए में स्टोर होता है। एक सेल्स में मौजूद डीएनए की लंबाई करीब 6 फूट से ज्यादा हो सकती है।
और आपको ये जानकर और भी दिलचस्प लगेगा कि एक वयस्क बॉडी में करीब 30 खरब की तादात में कोशिकाएं पाई जाती है। 3 बिलियन से ज्यादा बेस डीएनए पाए जाते है और इस के आधार पर ये किसी मनुष्य या जीव को बनाए रखने के लिए क्रम या सीरीज में जानकारी या फिर कहे सूचनाओं को नियत करता है।
डीएनए का शरीर में निर्माण
किसी भी शख्स के शरीर में डीएनए Nucleotide नामक छोटे छोटे मॉलिक्यूल्स से मिलकर इसका निर्माण होता है। ये हर एक Nucleotide में एक फास्टेस्ट ग्रुप एक शुगर ग्रुप और एक नाइट्रोजन बेस उपलब्ध होता है।
डीएनए का शरीर में भूमिका
डीएनए का एक छोटा सा हिस्सा जीन है, लगभग 250 से लेकर 2 मिलियन तक के बेस युग्म जीन पर पूरी तरह निर्भर होते है। पॉलिपेप्टाइड चैन को बनाने के लिए जीन अनुक्रम का उपयोग किया जाता है, जोकि प्रोटीन को बनाता है।
डीएनए की शरीर में मौजूदगी
मनुष्य के शरीर में रेड ब्लड सेल्स को छोड़कर करीब सभी सैल्स में डीएनए पाया जाता है। प्रत्येक व्यक्ति का डीएनए उनके माता – पिता के डीएनए से मिलता बना होता है। इसी के चलते उनके बच्चो में अपने माता – पिता के जैसे गुण व आदतें पाई जाती है। जिससे की उनकी आंखे, नाक, कद, त्वचा का रंग व बालो का रंग एक जैसा होता है।
डीएनए के प्रकार
मनुष्य के शरीर में तकरीबन प्रतिदिन के मुताबिक 1 हजार से लेकर 10 लाख तक की तादात में डीएनए का निर्माण होता है। इसके साथ ही इतने ही तादात में हर एक दिन खत्म भी हो जाते है। DNA मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते होते है।
- A-DNA
- B-DNA
- Z-DNA
A- DNA
ये एक डीएनए है जोकि की असल में साइड कोइलेड होता है। A प्रकार के डीएनए की भूमिका उल्टी दशा के समय डीएनए की रक्षा को निर्धारित करता है।
B-DNA
B- DNA एक बेहद सामान्य डीएनए प्रकार है। इसके मौजूदगी का जिक्र करे, तो ये डीएनए राइट साइड कुंडलित होता है।
Z-DNA
ये शरीर की कोशिकाओं में मौजुद एक ऐसा डीएनए है जोकि लेफ्ट साइड में कुंडलित रूप में पाया जाता है। Z-DNA की खोज करने वाले महान वैज्ञानिको का जिक्र करे तो वो एंड्रेस वांग तथा अलेक्जेंडर है।
डीएनए की जांच कैसे होती है।
मनुष्य के शरीर के विभिन्न हिस्सों से डीएनए टेस्ट लिया जाता है जिनमे मूत्र के सैंपल से, बालो के साथ ही मनुष्य के गाल के अंदर की कोशिकाओं के अलावा ब्लड, स्किन के जरिए भी अधिकतर रूप से लिया जाता है।
डीएनए टेस्ट के बाद आप 15 से 20 दिनो के अंदर डीएनए रिपोर्ट हासिल कर सकते है। डीएनए की जांच आप किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से इन सैंपलों से डीएनए रिपोर्ट ले सकते है। डीएनए की जांच 5000 रुपए से लेकर 50000 हजार रुपए तक की होती है। डीएनए रिपोर्ट फीस प्रयोगशाला पर निर्भर करता है।
डीएनए टेस्ट से लाभ
चिकित्सा के क्षेत्र में इसका महत्व दिनो दिनो बढ़ता ही जा रहा है। क्योंकि वर्तमान समय में इसकी उपयोगिता फोरेंसिक जांच, कृषि के क्षेत्र में और कानून संबंधी जांचो में भी इसे आधार माना जाने लगा है। डीएनए के जरिए बच्चो के पिता व अन्य खून संबधी रिश्तेदारों का पता लगाया जा सकता है। इसकी सहायता से अपराधिक गतिविधियों पर भी लगाम लगाई जा सकती है।
More Important Full Forms:
- CPR full form
- PCOD full form
- SC, ST, and OBC full form
- FSSAI full form
- NICU full form
- MRI full form
- OPD full form
- HIV full form
- IVF full form
- AIDS full form
- ANM and GNM full form
- CRP full form
Conclusion – निष्कर्ष
आज के आर्टिकल में दोस्तो आपको डीएनए के फुल फॉर्म के बारे में तमाम जानकारी बेहद सहज भाषा में प्रदान की गई। ये कही न कही आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हुई होगी। डीएनए से जुड़ी और भी कोई जानकारी पाने के लिए आप हमे कमेंट कर सकते है।
इस लेख में मैंने आपको DNA की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे DNA kya hai, DNA ka full form (DNA full form in Hindi), DNA से अभिप्राय?, DNA TEST कब और कैसे किया जाता है, DNA के प्रकार आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको DNA full form, what is DNA in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें।