जीवन में हम आए दिन कुछ न कुछ सीखते रहते हैऔर ये सिलसिला जीवन भर चलता रहता है। और हमे सीखने से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए नही तो हम जीवन में पीछे रह जायेंगे। चिकित्सा के क्षेत्र में न जाने कितने टर्म है। जिसके बारे में हमें अभी भी जानकारी नही है।
यही वजह है कि ट्रीटमेंट लेने के दौरान आपने लोगो को इधर उधर भटकते देखा होगा। जब कभी किसी के घर के नन्हे मुन्हें बीमार होते है, तो ऐसे में आपने डॉक्टरों के मुंह से एक टर्म NICU के बारे में आपने जरूर सुना होगा। वैसे तो ये बेहद कॉमन वर्ड है लेकिन जिनको इसकी जानकारी नही होती उन्हें इसकी फुल फॉर्म और उपयोगिता जानने के लिए गूगल करना पड़ता है।
आज इस लेख में मैं आपको NICU के बारे में विस्तार से बताने वाला हूँ जैसे- NICU क्या है, NICU का फुल फॉर्म (NICU full form), NICU का क्या महत्त्व है, इसके क्या लाभ हैं आदि। तो चलिए सुरु करें-
NICU का फुल फॉर्म: NICU क्या है (What is NICU in Hindi)
जैसा की मैने पहले बताया कि ये चिकित्सा से जुड़ा टर्म है। दरअसल अस्पताल में बीमार या फिर समय से पहले जन्मे बच्चे की देखभाल की इकाई होती है। इसी को शार्ट फॉर्म में हम NICU कहते है। NICU की अंग्रेजी में फुल फॉर्म “Neonatal Intensive Care Unit” है। वही हिंदी में इस टर्म का ट्रांसलेशन “नवजात गहन चिकित्सा इकाई” से है। इस खास इकाई में शिशु रोग विशेषज्ञ होते हैं।
सामान्य तौर पर कहे तो नवजात गहन चिकित्सा इकाई हॉस्पिटल में एक तरह से शिशु रोग विभाग की एक विशेष इकाई होती होती है। वास्तविकता में नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में न्यू बॉर्न बेबी को उसके स्वास्थ्य के आधार पर दिनों या फिर सप्ताह के लिए रेख देख के लिए रखा जाता है।
वही अतिरिक्त जानकारी के तौर पर बता दे कि NICU के पास विशेष उपकरण और शिशु रोग विशेषज्ञ की टीम शिशु की निगरानी के लिए होती है। शिशुओं और उनकी खास जरूरतों का ध्यान रखकर व्यापक स्तर की सुविधा प्रदान की जाती है। वही इसके लिए कर्मचारियों को बकायदा प्रशिक्षित किया जाता है।
NICU सामान्य तौर पर एक या एक से ज्यादा नियोनेटोलॉजिस्ट के जरिए निर्देशित किया जाता है। इसके तहत नर्सों, चिकित्सक सहायकों, नर्स चिकित्सकों, फार्मासिस्टों, निवासी चिकित्सकों, श्वसन चिकित्सक और आहार विशेषज्ञों के माध्यम से नियुक्त किया जाता है।
नवजात शिशु को कभी – कभी जन्म के बाद उन्हें जीवित रहने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।ऐसे में डॉक्टर ने समय रहते उनको होने वाली दिक्कत का पता लगा कर इलाज नही किया तो इनके जान पर बन आती है।
यही वजह है कि बच्चो के लिए एनआईसीयू एक तरह से वरदान साबित होता है क्योंकि बच्चो को जीवन दान देने के लिए ये हर संभव प्रयास करते है। कुछ बच्चो का जन्म समय से पहले हो जाता है ऐसे में Premature बच्चो के लिए ही नवजात गहन चिकित्सा इकाई की उपयोगिता होती है।
एनआईसीयू का महत्व
मोटे तौर पर समझने के लिए बता दे कि दुनिया में बच्चे को जन्म देना कोई आसान प्रक्रिया नही है। फिर भी एक मां के लिए कष्ट दाई होते हुए भी सुखद अनुभव है।
बच्चे के जन्म देने की प्रक्रिया में मां और शिशु दोनो में कई तरह के शारीरिक और भावात्मक बदलाव होते है। इस दौरान बच्चा मां के गर्भ से बाहर आने के बाद जीवन के लिए उसे कई शारीरिक रूप से संयोजन करने पड़ते है। जोकि उसके लिए चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि उस दौरान वो एक छोटा शिशु होता है।
बच्चे को मां के गर्भ से आने के बाद सारे जरूरी काम खुद ही करने पड़ते है क्योंकि वो अब मां के गर्भ से बाहर आ चुका है। ऐसे में डॉक्टर के पास अपने खुद के उपकरण के साथ कई तकनीकी ज्ञान होता है। जिससे वो बच्चो को बाहरी दुनिया के अनुकूल बनाते है।
न्यूबॉर्न शिशु जीवन के पहले 28 दिनों को असल में संदर्भित करता है। यही नवजात की देखभाल को ही विशेष नर्सरी या गहन देखभाल के तौर पर जानते है। इसकी शुरुआत की माने तो 1960 के दशक के आसपास रही होगी।
एनआईसीयू का दौरा करने के लिए कौन कौन योग्य समझा जाता है ?
जैसा की आपको मैने पहले ही बताया कि एनआईसीयू में भर्ती शिशुओं को इलाज के तहत – तरह की बच्चो की स्वास्थ्य जटिलता के अनुसार इलाज मुहैया कराया जाता है। एनआईसीयू में भर्ती शिशुओं के माता- पिता तक रहने के अधिकारी होते है।
वही परिवार के अन्य सदस्य भी कुछ समय के लिए बच्चे को देखने आ सकते है। लेकिन इस दौरान ध्यान रखना चाहिए कि वो मिलने के लिए निर्धारित समय में ही देखने जाए। परिवार का जो भी सदस्य मिलने जा रहा हो ध्यान रहे वो बीमार न हो उनके सभी आवश्यक टीकाकरण लगे होने चाहिए।
हॉस्पिटल के कर्मचारी को ये भी देखना होता है कि कौन से परिवार के सदस्य बच्चे के साथ में रह सकते है। आपको शायद ये नही पता होगा कि कुछ इकाइयों में मेहमानों को अस्पताल के गाउन पहनने की जरूरत होती है। एनआईसीयू में भर्ती बच्चे से मिलने के दौरान परिवार के सदस्यों को दस्ताना पहनने के साथ ही एक मुखौटा पहनने की जरूरत पड़ सकती है।
एनआईसीयू में मौजूद चिकित्सीय उपकरण
बच्चे के स्वास्थ्य को देखते हुए एनआईसीयू में ऐसे कई अत्याधुनिक उपकरण होते है जिसकी मदद से बच्चे का इलाज किया जाता है। तो चलिए जानते है उन चिकित्सीय उपकरणों के बारे में,
- शिशु वार्मर
- इन्क्यूबेटर्स
- फोटोथेरेपी
- मॉनिटर:
- फीडिंग ट्यूब
- IVs
- रेखाएँ
- वेंटिलेटर
इस तरह से आपको आइडिया लग गया होगा कि एनआईसीयू की चिकित्सा के क्षेत्र में क्या भूमिका होती है।
More Important Full Forms:
- E-KYC का फुल फॉर्म
- BC का फुल फॉर्म
- ITI का फुल फॉर्म
- HIV का फुल फॉर्म
- MBA का फुल फॉर्म
- IVF का फुल फॉर्म
- AIDS का फुल फ्रॉम
- ANM और GNM का फुल फॉर्म
NICU Ka Full Form: Conclusion
आज के आर्टिकल में आपको एनआईसीयू के फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्रदान की गई, जोकि आपके लिए आने वाले दिनों में कही न कही काफी उपयोगी साबित होगी। क्योंकि लोगो का किसी न किसी वजह से हॉस्पिटल में आना जाना लगा रहता है।
इस लेख में मैंने आपको NICU की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे NICU kya hai, NICU ka full form (NICU full form in Hindi), हॉस्पिटल में NICU का क्या इस्तेमाल व महत्त्व है आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको NICU full form, what is NICU in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।