CAA Full Form: सीएए का फुल फॉर्म, CAA क्या है (What is CAA In Hindi)

CAA एक ऐसा टर्म है जिसको लेके देश भर में खूब बवाल मचा। जगह जगह पे लोगो द्वारा नाराजगी जताई गयी। बहुत सारे लोग इसका विरोध कर रहे थे तो वहीँ बहुत से लोग ऐसे भी थे CAA का समर्थन कर रहे थे।

क्या आप जानते हैं की CAA का फुल फॉर्म (CAA full form in Hindi) क्या है, भारत में इसे क्यों लागु किया गया है, CAA के उदेश्य क्या है आदि? देश में CAA लागु हुवे कभी समय बीत चूका है पर बहुत सारे लोगो को अभी तक इसका हिंदी मीनिंग (CAA meaning) और फुल फॉर्म की जानकारी नहीं है। इसलिए आज के इस लेख में मैं आपको CAA की पूरी जानकारी हिंदी में देने वाला हूँ।

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CAA एक ऐसा कानून है जिसके तहत पडोसी देशो से उत्पीड़न के वजह से भागकर आये हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन तथा बौद्ध धर्म के सर्नार्थियो को भारत की नागरिकता मिल सकेगी। बहुत सारे लोगो को कम जानकारी है, वो सोचते हैं की इस कानून के तहत लोगो की नागरिकता छिनी जाएगी जबकि सच तो बिलकुल विपरीत है। आइये अब हम विस्तार से CAA के बारे में समझते हैं-

CAA Full Form: CAA की फूल फॉर्म क्या है?

CAA  तो हम शॉर्ट में जानते है और अपनी सुविधा की दृष्टि से हम से CAA  पुकारते है। जोकि की किसी कानून से संबंध रखता है। बस इतना ही लोगो को पता है। कम जानकारी होने में बुराई नहीं लेकिन अधूरी जानकारी होने के बावजूद विरोध करने को आप क्या बुद्धिमानी समझते है? ये तो सरासर गलत है।

 तो चलिए जानते है CAA के फूल फॉर्म के बारे में, CAA का हिंदी में फुल फॉर्म नागरिकता संशोधन कानून है इंग्लिश में इसका फुल फॉर्म इस प्रकार है-

  • C-Citizenship
  • A-Amendment
  • A-Act

अर्थात् इस प्रकार CAA का फुल फॉर्म हुवा Citizenship Amendment Act.

बुद्धिमान दोस्तो, अब तक तो आपको समझ में आ ही गया होगा कि इसका हिंदी और अंग्रेजी में फुल फॉर्म क्या है? संसद में पास होने से पहले यह CAB था। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस का फुल फॉर्म क्या होगा ,तो हम आपको बताते चलें कि इस का फुल फॉर्म Citizenship Amendment Bill है। लेकिन राष्ट्रपति की मुहर लग जाने के बाद ,यही बिल नागरिक संशोधन कानून यानी कि CAA के रूप में आम नागरिकों के बीच जाना जाने लगा।

CAA और CAB क्या है?

सीएए, सीएबी दोनों ही एक कानून के अंतर्गत आते हैं इसमें सिर्फ बिल के स्थान पर एप्ट के रूप में बदलाव किया गया है। बिल को हिंदी भाषा में विधेयक कहते हैं। वही एक्ट को अधिनियम के नाम से जाना चाहता है।

सीएबी यानी कि सिटीजन अमेंडमेंट बिल को राज्यसभा और लोकसभा में बहुमत मिल जाने पर राष्ट्रपति ने भी इस बिल को पास किया है ,और वर्तमान में यह एक्ट बन चुका है ,इसे फिलहाल आम नागरिक सीएए के नाम से जानते है।

नागरिकता संशोधन नियम के आने से पूरे देश में अशांति फैल गई है। आपको बता दें की नागरिकता संशोधन नियम को भारतीय संसद में 11 दिसंबर 2019 को पारित किया गया था।

वही इस बिल को राष्ट्रपति द्वारा 12 दिसंबर को हरी झंडी दे दी गई थी ,सीएए के पारित होने के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग अलग ढंग से नाराजगी जताई गई। जिनमें उत्तर -पूर्व ,पश्चिम बंगाल और दिल्ली सहित कई जगह हिंसक रूप से विरोध प्रदर्शन किए गए।

 प्रदर्शन करने के पीछे प्रदर्शनकारियों की आधी अधूरी जानकारी थी, उनके हिसाब से इस कानून के पारित हो जाने से उनकी भारतीय नागरिकता को छीन ली जाएगी।वहीं सरकार ने कई बार साफ शब्दों में कह दिया है कि यह कानून नागरिकता प्रदान करने के लिए है ना की नागरिकता छीनने की लिए बनाया गया।

वास्तविकता यह है, हमारे देश के अभी भी लोगो जागरूकता की कमी है। वह बिना जाने समझे विरोध पर अड़ जाते हैं। ये भी कोई बात हुई

 यह तो ठीक ऐसे ही हो गया कि किसी ने कहा कि कौवा कान ले गया, तो हम आकाश में देखने लग जाते हैं, ना कि अपने कान की ओर ध्यान देते हैं। कहने का अभिप्राय है कि बिना जाने समझे हमें विरोध नहीं करना चाहिए हो सकता है। नागरिकता संशोधन कानून आपके हित और सुरक्षा की दृष्टि से बनाया गया हो।

शरणार्थियों को नागरिकता देने के वास्ते बना CAA

CAA यानी कि नागरिकता संशोधन नियम कानून 2019 तीन पड़ोसी देशों जिनमें पाकिस्तान,अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का अधिकार प्राप्त करता है, जिन्होंने लंबे अरसे से भारत में शरण ली हुई है। इस कानून के जरिए किसी भी भारतीय नागरिक चाहे वह किसी भी धर्म का हो, उसकी नागरिकता को छीनने का जिक्र इस प्रावधान में कहीं नहीं है। भारतीय मुस्लिमों या किसी भी धर्म और समुदाय के लोगों की नागरिकता को इस कानून से कोई प्रकार का खतरा नहीं है।

CAA ,भारतीय नागरिक अधिनियम किसके किसके हित की दलील देता है।

CAA मूल रूप से भारतीय नागरिक अधिनियम 1955 का  महज संशोधन है। यह संशोधन दिसंबर 2019 से पहले तकरीबन 5 पर किया जा चुका है। इस अधिनियम का संशोधन क्रमागत रूप से करें तो यह 1986 ,1942 ,2003, 2005 और 2015 में किया जा चुका है।इन सभी संशोधनों में धर्म शब्द का प्रयोग कहीं भी नहीं था।

अनुच्छेद 14 में समानता को परिभाषित करने की दलील देता है। वही अनुच्छेद 15 धर्म, वंश, जाति लिंग, व जन्मस्थान के स्थान पर भेदभाव ना करने का प्रावधान रखा गया है। संविधान के अनुच्छेद 11 के प्रावधान का जिक्र करें तो इसके अनुसार भारतीय संसद को न नागरिकता कानून बनाने का अधिकार प्राप्त है। इस अनुच्छेद के अनुसार भारतीय संसद किसी को नागरिकता प्रदान करने या खत्म करने संबंधी कानूनों को बनाने का संपूर्ण अधिकार रखता है।

CAA के विरोध और प्रदर्शन की असल वजह

इस संशोधन यानी नागरिकता संशोधन कानून के तहत हिंदू ,सिख, ईसाई ,जैन बौद्ध और पारसी शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने की बात रखी गई है। इससे भारत में निवास करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अब आप सोच रहे होंगे किया कानून जब सभी के हित को ध्यान में रखकर बनाया गया है, तो भला लोग क्यों इतना कूद रहे हैं, प्रदर्शन और हिंसा से क्या देश की छवि विदेशों में भी नहीं खराब होती है। तो हम आपको बता दें कि यह लोगों का महज भ्रम है और इस भ्रम को कुछ लोग फैला रहे हैं कि यह कानून मुस्लिमों के हित को ध्यान में रखकर नहीं बनाया गया है।

जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है, भारतीय मुसलमानों को कुछ लोग भ्रमित करके गलत रास्ते पर ले जा रहे हैं। वह भ्रम पैदा कर रहे कि कानून के आते ही उनकी नागरिकता खतरे में पड़ जाएगी। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत सरकार के तमाम आला अधिकारी मंत्री बयान दे चुके हैं। कि यह कानून सिर्फ और सिर्फ शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है। इसमें किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान दूर-दूर तक शामिल नहीं किया गया है।

नागरिकता संशोधन अधिनियम की फुल फॉर्म के बारे में आज के ब्लॉग में आपको बहुत बेहद महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई है जिनमें इसकी फुल फॉर्म क्या है, इसके विरोध के कारण, यह कानून किसके हित में बनाया गया है, और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते आप आप के क्या कर्तव्य बनते हैं। इसकी पूरी जानकारी आपको यहां पर दी गई है। खैर, एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमें अपने संविधान के बनाए गए कानून का पालन करना चाहिए। देश में हिंसा की स्थिति ना उत्पन्न हो इसके लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए।

CAA Full Form: Conclusion

दोस्तों इस लेख में आपने क्या क्या सिखा? मैंने आपको हिंदी में बिलकुल ही आशान शब्दों में बताया की CAA का फुल फॉर्म (CAA Full Form In Hindi) क्या है, CAA क्या है (What is CAA), इस कानून का लाभ किसे मिलेगा?, CAA के तहत किसको नुकसान है और नहीं है तो कैसे नहीं है, CAA ka full form आदि।

देश में कोई भी कानून आप नागरिक के हित में ही वनाया जाता है। पर सच ये भी है की कभी कभी कुछ कानून ऐसे होते हैं जिनसे सभी नागरिको को फायदा नहीं होता है, कुछ लोगो को इसका नुकसान भी होता है। हालाँकि CAA के केस में ऐसा नहीं है। इस कानून से लोगो को फायदा तो है पर नुकसान किसी को नहीं है। अंत में मैं आपको यही कहना चाहूँगा की अगर आपको यह CAA full form (CAA का पूरा नाम), CAA क्या है वाली लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें ताकि अन्य लोग भी इसके बारे में जान सकें।

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