ECG Full Form – इसीजी क्या है, ये कब और कैसे होता है?, ECG का आविष्कार

ECG full form: ECG  एक  प्रकार का टेस्ट होता है जिसका मुख्य  काम heart के rhythm को measure करने का होता है। जब आप किसी  doctor के पास जाते हैं और उन्हें अपनी परेशानियां बताते हैं तो, अगर आपकी बातों से लगता है की आपको heart से जुड़ी प्रोब्लम है तो वो तुरंत आपको ECG कराने की सलाह देते है।

ECG full form

तो क्या आप जानते हैं की ECG क्या होता है?, ECG full form क्या है? अगर नही जानते तो चिंता की कोई बात नही इस article के through मैं आपको ECG के बारे में वो सभी जानकारियां देने की कोशिश करूंगा जो आपकी जानकारी के लिए जरूरी है। 

Topics जो आज हम cover करने वाले हैं

  1. Full form of ECG
  2. WHO invented ECG
  3. What is ECG
  4. ECG किस परिस्थिति में कराया जाता है
  5. ECG से कौन कौन सी बीमारियों का पता चलता है
  6. ECG कैसे होता है
  7. Types of ECG 
  8. ECG के क्या कोई परेशानी होती है? 

ECG full form – इसीजी का फुल फॉर्म

ECG का फुल फॉर्म “Electro cardio gram” होता हैं, इसका हिंदी उच्चारण ‘इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम‘ होता हैं। हम हिंदी भाषा में इसे “विद्युतयंत्र द्वारा ह्रदय की धड़कनों का रेखाचित्रण” भी कहते हैं।

E- ELECTRO 

C- CARDIO 

G- GRAM

What is ECG? – इसीजी क्या है?

Normally ECG का उपयोग heart से जुड़ी समस्याओं का पता लगाने और heart के electrical activity को measure करने में मदद करता है। आम तौर पर इसमें heart rate देखा जाता है की ये slow है या fast है या फिर बहुत slow या बहुत fast है।

Heart से इलैक्ट्रिक एक्टिविटी को measure कर के निम्लिखित चीजों का पता लगाया जाता है:-

  • Heart attack कभी हुआ है या नही इसका पता चलता है।
  • Heart का size blood pressure बढ़ने की वजह से बढ़ तो नहीं गया है, ये पता चलता है।
  • Heart का muscle तो damage नहीं हुआ है, ये पता चलता है।

Who Invented ECG? – ECG का आविष्कार

Willem Einthoven नामक एक डच वैज्ञानिक ने ecg यानी electrocardiogram का आविष्कार किया। Willem Einthoven ने 1895 में first practical electrocardiogram का आविष्कार किया जिसके लिए इन्हें 1924 के NOBEL prize से सम्मानित किया गया।

Note- Willem Einthoven का जन्म 21 may 1860 में Semarang, Dutch  में हुआ था और और इनका देहान्त 29 september 1927 को Netherland में हुआ। Willem Einthoven एक बहुत ही जाने माने जानकार और प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। इन्होंने 35 साल की कम आयु में ही इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम का आविष्कार कर दिया था। 

ECG किस परिस्थिति में कराया जाता है?

डॉक्टर बहुत सी satuations के ECG test लिखते हैं। जिसमे से कुछ situations  के बारे में हम नहीं जानते। 

 ECG हम निम्लिखित प्रिस्थितियों में करते हैं:-

  • सीने में दर्द
  • सांस लेने में कठिनाई
  • अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होना
  • Heart rate तेज होना
  • Heart attack होने पर
  • Heart से abnormal आवाजें सुनाई देना
  • Abnormal तरीके के heart का धरकना
  • Heart की muscle बढ़ने पर

ECG से कौन  सी बीमारियों का पता चलता है??

ECG से बहुत सी बीमारियों का पता चलता है, जो की निम्नलिखित है:-

  1. एरिथमिया(Arrhythmias)-  इस रोग में तीन satuations होते है।
  • Heart बहुत धीमी गति से धडकता है
  • Heart बहुत तेज गति से धडकता है
  • Irregular धड़कता है
  1. कोरोनरी हार्ट डिज़ीज(Coronary heart disease) – जिसमें fat substances के एकत्र होने से heart की blood supply slow या फिर block हो जाती है।
  2. हार्ट अटैक(Heart attacks) – जिसमें हार्ट की blood supply अचानक ही रुक जाती है।
  3. कार्डियोमायोपैथी(Cardiomyopathy)- जहां heart की दीवार मोटी अथवा बड़ी हो जाती है।

ECG कैसे होता है?

ECG कराने के steps निम्नलिखित है।

  • ECG कराने से पहले अच्छे से खाना खाना होता है।
  • आपके शरीर के ऊपरी हिस्सों यानी सीने और पेट पर कुछ छोटे छोटे sensores लगाए जाते है।
  • Sensores तारों के जरिए computer से जुड़े होते हैं।
  • फिर कुछ minutes तक डॉक्टर कंप्यूटर पर ग्राफ देखते है।
  • उसके बाद वो एक रिपोर्ट तैयार करते है।
  • जब तक उन्हें अच्छा रिपोर्ट नहीं मिलता आपका test चलता है।
  • 5 से 10 minute बाद आपका टेस्ट complete हो जाता है।

Types of ECG – ECG के प्रकार

ईसीजी (ECG) mainly तीन types के होते हैं और doctors आपके condition को देख कर आपके लिए Ecg के type को recommend करते हैं।

  1. रेस्टिंग ईसीजी (Resting ECG) – यह उस समय किया जाता है जब आप एक comfortable state में लेटे होते हैं। यानी आप जब आराम से लेटे रहते हैं तब।
  2. स्ट्रेस या व्यायाम ईसीजी (Stress or exercise ECG)- इस ecg test में patient  को treadmill पर चलना या bicycle riding करने के लिए कहा जाता है
  3. एंबुलेट्री ईसीजी (Ambulatory ECG) – इसमें इलेक्ट्रोड्स(electrodes) कमर पर पहनी जा सकने वाली एक छोटी उठाने योग्य machine से जोड़ा जाता हैं, जिससे घर पर ही एक या अधिक दिनों के लिए आपके हार्ट की जांच की जा सके।

ECG से क्या कोई परेशानी होती है?

  1. ECG एक बहुत ही safe test होती है।
  2. इससे मरीज को जरा सा भी दर्द नहीं होता है। 
  3. टेस्ट आसानी से हो जाता ।
  4. Sensor को शरीर से हटाते वक्त थोड़ी कठिनाई होती है।
  5. Sensor जब शरीर से हट्टाते है तो हल्का सा निशान हो जाता है।
  6. ये निशान 1 से 2 घंटे में ठीक हो जाता है।
  7. कभी कभी किसी व्यक्ति को sensor लगने के कारण  कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो निम्नलिखित है:
    • सीने में दर्द होने लगता है।
    • कुछ लोगो को heart attack आ जाता है।
    • धड़कन तेज हो जाती है।
    • धड़कन abnormal रूप से चलने लगता है।

More Important Full Forms:

ECG full form – Conclusion

कभी भी अगर आपको कोई हर्ट से जुड़ी परेशानी होती है, तो आप बेझिझक डॉक्टर की सलाह से ईसीजी करवा सकते हैं। यह बहुत ही सेफ टेस्ट होता है, जो डॉक्टर की निगरानी में बहुत ही सावधानी पूर्वक किया जाता है। अगर आपको कहीं पर भी कोई प्रॉब्लम होती है तो टेस्ट को वहीं पर बिना देरी किए रोक दिया जाता है। पर ऐसा बहुत कम case में होता है, ज्यादातर लोगों का टेस्ट सफल होता है और उनकी परेशानियों का कारण भी पता चल जाता है। फिर  डॉक्टर उनके लिए दवाइयां लिखते हैं और कुछ दिनों बाद या कुछ हफ्तों बाद उनकी प्रॉब्लम ठीक हो जाती है। वे स्वस्थ हो जाते हैं।😊

इस लेख में मैंने आपको ECG की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे ECG kya haiECG ka full form (ECG full form in Hindi), ECG से अभिप्राय?, ECG के उदेश्य और इसके फायदे, ECG कब कराया जाता है? आदि।

अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको ECG full form, what is ECG in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।

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