CBSE Full Form: CBSE Board क्या है, इसमे दी जाने वाली शिक्षा (CBSE full form in Hindi)

CBSE full form in Hindi

आज के दौर में हर माता पिता आपने बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा देना चाहते है, क्योंकि वो शिक्षा के प्रति काफी जागरूक हो गए है। यही वजह है दिन प्रतिदिन इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जा रहे है। मध्यमवर्गीय फैमिली भी आपने बच्चे को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाना चाहते है।

अधिकांश पैरेंट्स चाहते है उनका बच्चा CBSE Board से पढ़ाई करे। क्योंकि इस बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चों को उच्च स्तर की एजुकेशन दी जाती है। लेकिन क्या आपके जेहन में ये विचार आया है कि CBSE क्या है? तो चलिए CBSE के फुल फॉर्म (CBSE full form in Hindi) और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त करते है।

CBSE Full Form: CBSE क्या है इसका फुल फॉर्म

CBSE का इंग्लिश में फुल फ्रॉम “Central Board of Secondary Education” होता है। वही हिंदी में इसके फुल फॉर्म का जिक्र करे तो ‘केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड’ है। जैसा कि आपको पहले ही पता होगा कि निजी और पब्लिक स्कूलों के भारतीय शिक्षा बोर्ड है।

जैसा कि मैंने आपको शुरू शुरू मे बताया कि CBSE board ने पिछले कुछ सालों में एजुकेशन के मामले में अपना कद काफी ऊंचा किया है। वही आपको बता दे कि भारत में सबसे पहले उत्तर प्रदेश राज्य में शिक्षा बोर्ड का प्रारंभ किया गया था। जिससे शायद आप अब तक वाकिफ नही होगे।

पहले ये उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन था। वही अब इस बोर्ड का नाम चेंज करके उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद रख दिया गया है। CBSE Board में NCERT में किताबे मूलरूप से चलाई जाती है। यही वजह है कि ये अन्य बोर्ड से काफी अलग माना जाता है।

वर्तमान समय में 20,299 स्कूल और सीबीएसई से संबद्ध 220 स्कूल मौजूद है। ये बोर्ड तकरीबन 1962 में अस्तित्व में आया था। सीबीएसई के तहत संचालित स्कूलों में संचार भाषा, हिंदी और अंग्रेजी दोनों तरह के मीडियम है।

1921 में स्थापित होने वाला ये पहला शैक्षिक बोर्ड उत्तर प्रदेश हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड मौजूद था।उस दौर से वर्तमान समय में निरंतर शिक्षा की दिशा में कार्यरत है।वही 1929 में राजपुताना बोर्ड भी शिक्षा के क्षेत्र में अस्तित्व में आया।

CBSE क्या है? What is CBSE in Hindi

सीबीएससी असल में एक शिक्षा बोर्ड है। इस बोर्ड के तहत आने वाले स्कूल ,कॉलेज में बच्चो की पढ़ाई के लिए इंग्लिश विषय पर खास तौर पर ध्यान दिया जाता है। वही CBSE Board की स्थापना 03 नवंबर 1962 में हुई थी। इसका संचालन भारत सरकार के जरिए किया जाता है। इस बोर्ड ने शामिल होने वाले सभी स्कूल,और कॉलेज का संचालन असल में राजधानी दिल्ली से किया जाता है अर्थात् CBSE का HEAD OFFICE DELHI में है।

सीबीएससी बोर्ड आज के दौर में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बेहतर बोर्ड बनकर उभर कर आया है। इसी के चलते हर कोई अपने बच्चो को CBSE बोर्ड में ही दाखिला देना चाहते है। क्योंकि उनको भरोसा होता है, उनके बच्चो को यहां अच्छी क्वालिटी की एजुकेशन दी जाएगी।

मौजूदा समय में सीबीएससी बोर्ड से संचालित कई स्कूल है। जहां पर हाईली क्वालिटी एजुकेशन शिक्षा टीचर देते है। यही वजह की लोग अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में न पढ़ा कर इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाते है।

आज के समय जिस तरह से इंग्लिश भाषा को तवज्जो दी जा रही है उसे देखते हुए माता- पिता के दिमाग में एक बात पूरी तरह से बैठ गई है, कि उन्हें भी आपने बच्चे में इंग्लिश बोलने और समझने की स्किल को देखनी है। इंग्लिश न समझ और बोल पाने से कही वो जीवन में पिछड़ न जाए।

इसी वजह से वो अपने बच्चो को इंग्लिश मीडियम स्कूल में ही पढ़ाना पसंद करते है। उनका ये भी मानना होता है कि CBSE बोर्ड से संचालित स्कूल उनका ऑल राउंड डेवलपमेंट करेंगे जोकि सही भी है। आप क्रिकेटर से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रेटी को ही देख लीजिए। उनकी संवाद शैली में इंग्लिश भाषा ही देखी जाती है। वही प्रतियोगी में सफल वही छात्र होते है,जिनकी इंग्लिश पर पकड़ अच्छी होती है।

CBSE बोर्ड का शिक्षा को लेकर मूलभूत उद्देश

  • सभी छात्रों के लिए बेहद ही लचीला पाठ्यक्रम।
  • छात्रों को तनाव के बगैर शीर्ष पायदान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना।
  • छात्र के मूल्यांकन और गतिविधि रिपोर्ट की नियमित तौर पर ट्रैकिंग।
  • स्कूली शिक्षा की सामर्थ्य बढ़ाने के लिए किए गए परिवर्तनों को जल्द से जल्द लागू करना।
  • शिक्षकों और छात्रों के कौशल को उन्नत करने के लिए कार्यशालाओं को आयोजित करना।
  • स्कूल लेवल की प्रतियोगी परीक्षाओं और बोर्ड परीक्षाओं के लिए दिशा- निर्देशों को संशोधित करने का जिम्मा
  • कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को नियोजित तरीके से सफलतापूर्वक संचालित करना।

CBSE बोर्ड से पढ़ने वाले बच्चों को मिलने वाला फायदा

सीबीएसी बोर्ड से पढ़े स्टूडेंट को शिक्षा से संबंधित अनगिनत फायदे पहुंचते है। जिनमे से एक फायदा उन्हे ये मिलता है कि प्रतियोगी परीक्षाओं और बोर्ड एग्जाम के लिए सिलेबस तकरीबन एक जैसा होता हैं। इसके अलावा आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए बता दे कि राज्य बोर्डों या किसी अन्य बोर्ड की अपेक्षा भारत में सीबीएसएस स्कूलों की तादात काफी अधिक है। आवश्यकता पड़ने पर स्कूल ट्रांसफर करने में ज्यादा तामझाम नही करना पड़ता। ये बेहद आसानी से हो जाता है। cbse के तहत आने वाले स्कूलों में सिलेबस

स्कूल के बजाय बोर्ड ओरिएंटेड कही अधिक होता है। राज्य बोर्ड स्कूल में पाठ्यक्रम में फेरबदल होता रहता है। लेकिन सीबीएसई की ये खासियत है कि ये भारत में सभी छात्रों के लिए एक पाठ्यक्रम होता है।

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CBSE Full form: Conclusion

एक स्टूडेंट होने के नाते आपको सीबीएसी से जुड़ी अहम जानकारी इस आर्टिकल में प्रदान की गई जोकि आपके लिए बेशक फायदेमंद साबित होगी।मौजूदा समय में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हो रहे है।इन सब को देखते हुए यही कहा जा सकता है CBSE बोर्ड से संचालित स्कूलों में वाकई उच्च स्तर की पढ़ाई होती है। ये स्टूडेंट के हित में है।

इस लेख में मैंने आपको CA की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे CBSE kya hai,CBSE ka full form (CBSE full form in Hindi), सीबीएसइ की सिक्षा व्यवस्था आदि।

अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको CBSE full form, what is CBSE in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।

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