शिक्षा के क्षेत्र में आए दिन कोई न कोई अहम बदलाव आते रहते है और उस पर अमल भी किया जाता है। आज के समय शिक्षा काफी महंगी होती जा रही है। वही विधार्थी की किताबे आम लोगो के लिए काफी महंगी साबित होती है। जब भी किताबो का जिक्र आता है, तो आमतौर पर इंग्लिश मीडियम या हिंदी मीडियम के छात्र NCERT की किताबे खरीदते है।
NCERT टर्म से कही ना कही आप परिचित होगे। लेकिन क्या आपको इसकी फुल फॉर्म पता है। स्टूडेंट होने के नाते NCERT की किताबे, आपके लिए कई तरह से उपयोगी है। क्योंकि बहुत सी ऐसे प्रतियोगी परीक्षा होती है जिसमे कई बार एनसीईआरटी की किताबो से प्रश्न पूछे जाते है। तो ऐसे में छात्रों को अपने पाठ्यक्रम से ही डबल फायदा प्राप्त हो जाता है।
एसएससी, रेलवे और भी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा में आजकल NCERT की किताबो से प्रश्न पूछे जाते है। यही वजह है कि प्रतियोगी छात्र NCERT की किताबो से भी अपनी तैयारी करते है। बहुत से सिलेक्टेड कैंडिडेट भी आपने सफलता के फॉर्मूले में इस बात को स्वीकारते है कि उन्होंने तैयारी के लिए एनसीईआरटी की किताबों का सहारा लिया था।
CBSE board ही नहीं बल्कि कई state board जैसे की UP board, Bihar board, Jharkhand board, Cg board आदि के लिए NCERT की किताबे काफी उपयोगी होती हैं। तो चलिए इस लेख में जानते हैं की NCERT full form (NCER Ka Full Form) क्या है, NCERT क्या है, इसके मूल उदेश्य क्या हैं, NCERT की स्थापना कब हुई आदि।
NCERT Full Form: NCERT क्या है और इसका फुल फॉर्म
NCERT का फुल फॉर्म “National Council of Educational Research and Training” है इसका सीधा संबंधी किताबो से है। NCERT का हिंदी अभिप्राय “राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद” है। जैसा कि इंग्लिश मीडियम के छात्र जानते होगे कि NCERT Class 1 से Class 12 के छात्र के लिए कई लैंग्वेज में लगभग कई सब्जेक्ट के लिए बुक पब्लिश करता है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) भारत सरकार द्वारा 1961 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है जो स्कूली शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए नीतियों और कार्यक्रमों पर केंद्र और राज्य सरकारों को सहायता और सलाह देता है।
एनसीईआरटी और इसकी घटक इकाइयों के प्रमुख उद्देश्य हैं: स्कूली शिक्षा से संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान करना, बढ़ावा देना और समन्वय करना; मॉडल पाठ्यपुस्तकें, पूरक सामग्री, समाचार पत्र, पत्रिकाएं तैयार करना और प्रकाशित करना और शैक्षिक किट, मल्टीमीडिया डिजिटल सामग्री आदि विकसित करना, शिक्षकों के सेवा-पूर्व और सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन करना; नवीन शैक्षिक तकनीकों और प्रथाओं का विकास और प्रसार; राज्य के शैक्षिक विभागों, विश्वविद्यालयों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग और नेटवर्क; स्कूली शिक्षा से संबंधित मामलों में विचारों और सूचनाओं के लिए एक समाशोधन गृह के रूप में कार्य करना; और प्रारंभिक शिक्षा के सार्वभौमीकरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करना।
अनुसंधान, विकास, प्रशिक्षण, विस्तार, प्रकाशन और प्रसार गतिविधियों के अलावा, एनसीईआरटी स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के लिए एक कार्यान्वयन एजेंसी है। एनसीईआरटी अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ बातचीत और काम करता है, विदेशी प्रतिनिधिमंडलों का दौरा करता है और विकासशील देशों के शैक्षिक कर्मियों को विभिन्न प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करता है। यह तमाम जानकारी NCERT की ऑफिसियल वेबसाइट पे भी दिया गया है।
NCERT के मूलभूत उद्देश्य स्टूडेंट के हित में
NCERT के सबसे पहले उद्देश का जिक्र करे तो शिक्षा से संबंधित सभी मामले में प्रभावी सुधार करने के साथ ही शैक्षिक अनुसंधान को बढ़ावा देने और अभिनय विचारों और शिक्षकों की शिक्षा में भी प्रभावी रूप से सुधार लाना है।
NCERT का खास उद्देश शिक्षा से सबंधित सामग्री की पूर्ति करना भी शामिल है। NCERT के अतिरिक्त लक्ष्य उच्च शिक्षा में प्रशिक्षण को सहयोग प्रदान करना स्कूलों में Education System में लाए गए चेंजेस और विकास को लागू करना भी है। इसके साथ ही state Government और अन्य Educational Organizations को स्कूली शिक्षा संबंधी सलाह आदि प्रदान करना है।
NCERT की स्थापना: History Of NCERT
NCERT की स्थापना का जिक्र किया जाए तो 01 सितम्बर 1961 में हुई थी। ये भारत सरकार का स्वायत्त संगठन है। ये असल में स्कूल शिक्षा से जुड़े मुद्दे पर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को सलाह देने के मकसद से स्थापित किया गया।
ये परिषद भारत में स्कूली शिक्षा संबंधी सभी नीतियों पर सुचारू रूप से कार्य करती है। इसका प्राथमिक कार्य शिक्षा और समाज कल्याण मंत्रालय को खासतौर पर स्कूली शिक्षा के संबंध में सलाह देने और नीति निर्धारण में सहायक होता है। वही इससे पहले देश में लगभग सात विभिन्न राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान सुचारू रूप से कार्यरत थे। 1 सितंबर 1 9 61 में इन सभी सात शिक्षा संस्थानों को एकजूट करके एक ही संस्था बनाई गई। ये सात संस्थान निम्नवत थे।
- Central Institute of Education.
- Central Bureau of Text Book Research.
- Central Bureau of Educational and Vocational Guidance.
- Directorate of Extension Program for Secondary Education.
- National Institute of Education.
- National Center for Elementary Education.
- National Institute of Audio-Visual Education.
NCERT पाठ्य पुस्तकों का ब्योरा (Books Of NCERT)
शुरू शुरू में जैसा की आपको बताया जा चुका है कि NCERT कक्षा 1 से 12 के लिए पाठ्यक्रम को डिजाइन करने और पाठ्यपुस्तकों को पब्लिश करने के के लिए उत्तरदाई होता है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE),राष्ट्रीय स्तर का बोर्ड NCERT की पाठ्यपुस्तकों को NCERT स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट के लिए NCERT असल में सिफारिश पेश करता है।
वही आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए बता दे कि शीर्ष छात्र और शिक्षक मूल बातें साफ़ करने के लिए टॉप लेवल संसाधनों में से एक के रूप में NCERT पाठ्यपुस्तकों की एडवाइज देने का कार्य करते है।
इसके साथ ही आपको पता होना चाहिए कि अन्य बोर्ड के अंतर्गत पढ़ने वाले छात्र भी विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी के लिए NCERT की पुस्तकों का बखूबी रूप से जिक्र करते है।
प्रतियोगी छात्रों को ये बात अच्छे से पता होगी कि JEE Main और NEET जैसे राष्ट्रीय स्तर के इंजीनियरिंग और मेडिकल में प्रवेश परीक्षाएं 11और 12 के NCERT पाठ्यक्रम पर पूरी तरह आधारित होती है। वही छात्रों की जानकारी के लिए बता दे कि NCERT की पाठ्यपुस्तकों के साथ पूरी तरह से होना एनटीएसई और ओलंपियाड के प्रतियोगी छात्रों के साथ ही साथ यूपीएससी सीएसई और तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों के बेहद जरूरी मानी जाती है।
NCERT के मूलभूत लक्ष्य
अगर आप प्रतियोगी छात्र है, तो आप जो किताबे पढ़ते है उससे जुड़ी जानकारी अवश्य तौर पर होना चाहिए। तो चलिए इसी कड़ी में जानते है NCERT के प्रमुख लक्ष्य क्या है ?
- छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा का ज्ञान हो
- बचपन की शिक्षा पर बल देना
- प्रतियोगी मूल्य शिक्षा का समावेश
- लड़कियों की बाल शिक्षा पर विशेष बल देना
- शिक्षकों की शिक्षा में निरंतर रूप से सुधार
- प्राथमिक शिक्षा सार्वभौमिकरण को बढ़ावा
- छात्रों के विचारों में निरंतर रूप से सुधार करना
- राष्ट्रीय पाठ्य रूपरेखा को लागू करने के लिए योगदान देना
NCERT का Logo कहां से लिया गया ?
आप लोगो में से बहुत कम लोगो को पता होगा कि एनसीईआरटी लोगो का डिजाइन, तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के अशोक काल अवशेष से असल में लिया गया है। ये वास्तविकता में कर्नाटक के रायचूर जिले में मास्क के पास खुदाई में मिला था। वही इसमें लिखे आदर्श वाक्य को ईशा उपनिषद से लिया लिया गया है। आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए बता दे कि इसका असल मतलब ‘सीखने के माध्यम से जीवन अनन्त है।
More Important Full Forms:
- AM and PM का फुल फॉर्म
- NDA का फुल फॉर्म
- CRPF का फुल फॉर्म
- SDM का फुल फ्रॉम
- E-KYC का फुल फ्रॉम
- ITI का फुल फॉर्म
- NCC का फुल फॉर्म
- MBA का फुल फ्रॉम
- LLB का फुल फॉर्म
NCERT full form- Conclusion
आज का आर्टिकल आपको कई लिहाज से काफी उपयोगी साबित होता है। क्योंकि आज के आर्टिकल के छात्रों से संबंधित किताबों के बारेंं में काफी खास जानकारी प्रदान की गई। ये जानकारी आपको विधार्थी जीवन में काफी काम आयेगी। वैसे लोग कॉमन रूप से भी आपसे पूछ सकते है कि NCERT का फुल फॉर्म क्या है ? ऐसे में आपको ज्यादा हताश होने की कोई खास जरूरत नहीं है। क्योंकि इससे जुड़ी बेहद दिलचस्प तमाम जानकारी प्रदान की गई है।
सीबीएसई और कई राज्य बोर्ड अब अपने स्कूल पाठ्यक्रम में कक्षा 1 से 12 के लिए एनसीईआरटी की आधिकारिक पाठ्यपुस्तकों का पालन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे IIT, NEET, UPSC, आदि के लिए NCERT Book का संदर्भ लेने की सिफारिश की जा रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाठ्यपुस्तक की सामग्री को सरल और आसानी से समझने योग्य तरीके से विकसित किया गया है। मेरा मानना है की कोई भी क्षात्र Basic से शुरू कर सकता है और इन पुस्तकों के माध्यम से अध्ययन करके उच्च स्तर तक जा सकता है।
इस लेख में मैंने आपको NCERT की सारी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोसिस किया है जैसे NCERT kya hai, NCERT ka full form (NCERT full form in Hindi), NCERT के मूलभूत लक्ष्य, Books Of NCERT आदि।
अंत में मैं आप से यही कहना चाहूँगा की अगर आपको NCERT full form, what is NCERT in Hindi वाली यह लेख पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पे शेयर जरुर करें। अगर आप कुछ कहना या पूछना चाहते हैं तो निचे कमेंट कर सकते हैं।